मुझको तुम गैर समझते हो, समझते रहना;
तुमसे एक रिश्ता तो समझ में आएगा।
तुम अगर कुछ भी नहीं समझोगे;
तो फिर क्या, खाक जीने में मजा आएगा।
तुमसे एक रिश्ता तो समझ में आएगा।
तुम अगर कुछ भी नहीं समझोगे;
तो फिर क्या, खाक जीने में मजा आएगा।
सबके अपने रास्ते अपने अपने सफ़र रास्तों के काँटे अपने अपने अपने दर्द अपनी अपनी मंज़िल अपना अपना दुख अपनी अपनी चाहते अपना अपना सुख सबकी अप...
tripathi ji .....ultimate ....apke personal request ....sabdo par bhi thoda dhyan rakha jaye ......last line bit awkward rest is best
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