पास आ कातिल मेरे मुझमें जान आने दे,
जान ले लेना पर थोडा तो संभल जाने दे।
तू तसव्वुर में मेरे रहा है बरसों से,
खुद को नजरों से सीने में उतर जाने दे।
कुछ ठहर जा कि छुपा लूँ मैं दर्द सीने का,
या तेरे सीने से लिपट कर बिफर जाने दे।
तुझको पाना नहीं है मेरी मंजिल,
तू जरा खुद में मुझको समां जाने दे।
अब गुजारिश है 'मुसाफिर' की खुदा से,
वो मुझे मेरे खुदा से ही मिल जाने दे।
जान ले लेना पर थोडा तो संभल जाने दे।
तू तसव्वुर में मेरे रहा है बरसों से,
खुद को नजरों से सीने में उतर जाने दे।
कुछ ठहर जा कि छुपा लूँ मैं दर्द सीने का,
या तेरे सीने से लिपट कर बिफर जाने दे।
तुझको पाना नहीं है मेरी मंजिल,
तू जरा खुद में मुझको समां जाने दे।
अब गुजारिश है 'मुसाफिर' की खुदा से,
वो मुझे मेरे खुदा से ही मिल जाने दे।
how-----u r technocrate----but certainly----u can do a lot in this era too
ReplyDeleteReally very nice..awesome...I would suggest you to write on present situation..what common man thinks about the current situation of our country...
ReplyDeleteAwesome Sirji.....
ReplyDeleteKya bat HAi......
ReplyDeleteGyan Bhaiya Rocks.ssssss
खूबसूरत ग़ज़ल.. बहुत बढ़िया...
ReplyDeleteखूबसूरत गज़ल
ReplyDeleteबहुत सुन्दर, लाजबाब है आपकी रचना
ReplyDeleteमन करता है बस पड़ता रहू ...,,,
Sundar gajal aur sundar bhaw.
ReplyDeletekhubsurat gazal kya bat hai ek ek sher daad ki kabil vaah vaah ....
ReplyDeleteवेहद खूबसूरत ग़ज़ल,अच्छी लगी !
ReplyDeleteachhi gazl hai.....lekin ek chiz chubhi...sahi word tu hai tun nahi...mitra musaafir...
ReplyDeleteho sakta hai vivek main yahan galat hoon per mujhe eske liye hindi ke jankar se milna hoga.
ReplyDeleteaur mujhe ye uchcharan ke tahat sahi lagta hai kai baar uchcharan kiya hai maine tu+n hi aata hai aur aise hi ye phir tu+ne
...अच्छी लगी !
ReplyDeleteलिखते रहिये यूँ ही.
ReplyDeletesundar bhav...
ReplyDeletesahi shabd too hai tu ya tun nahin.
behad khoobsoorat gazal...
ReplyDeleteteesra sher to gazab...
rachnaa psand aaee ...
ReplyDeletekaee baar typing-mistake ho jaya karti hai
never mind vivekji ka thanks karna mt bhuliyegaa
सबको सह्र्दय धन्यवाद.
ReplyDeleteBahut sundar gazal!
ReplyDeleteजन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteवेहद खूबसूरत ग़ज़ल
ReplyDeletegreat to read you .thanks
ReplyDeleteARE YOU READY FOR BLOG PAHELI -2
sundar abhivyakti !
ReplyDeleteजैसे ही आसमान पे देखा हिलाले-ईद.
ReplyDeleteदुनिया ख़ुशी से झूम उठी है,मनाले ईद.
ईद मुबारक