Monday 28 January 2013

ऐसा कोई तुमको मिले जो ख्वाबों में रंग भर दे

तुमसे कह दें सारी बातें, वो बातों ही बातों में;
और समझ ले सारी बातें बस आँखो ही आँखों में.

ऐसा कोई तुमको मिले जो ख्वाबों में रंग भर दे;
दे उड़ान चाहतों को और भर ले तुमको बाहों में.

तुमको कोई ऐसा मिले जो हो सागर के जैसा;
दरिया से सागर बन जाओ होकर उसकी बाहों में.

एक नया ख्वाब बुन लो मिल कर उसको एक पल को ;
लहरा के फिर झूम ही जाओ तुम जीवन की राहों में.

4 comments:

  1. रचना अच्छी है मगर तुमको की जगह हमको कर दीजिए!

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  2. जान अब तो आना ही पडेगा .

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    1. स्वागत, इन्तजार है|

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