Thursday, 10 March 2011

यकीनन यकीं है मुझे, मैं तुमपे ऐतबार करता हूँ;
न कर सकूँगा मगर मौत के आने के बाद।

2 comments:

  1. बहुत बढ़िया!
    मगर शेर कुछ अधूरा है!

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  2. aage....just joking yr!!

    tere liye bacha rakhe the 2 kachhe aam badi mudatta se,
    magar bacha na sakunga, achaar banane ke baad....:))

    tere aane se pahle nahaya karta tha kabhi-2 mai,
    ab fir se nahata hun nahane ke baad....:))

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जीवन सफ़र

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