प्रेम मुझे बहता हुआ अनुभव होता है
शरीर में बह रहे रक्त में ही नहीं
मेरे समस्त अस्तित्व की ऊर्जा में
और तुम अब भी
दूसरी तरफ़ खड़े हो कर तय कर रहे हो
कि मैं क्या सोचता हूँ
और किस तरह का व्यक्ति हूँ
तो सच मानो तुम उसे खो दोगे
हमेशा के लिये
जिसे तुम अभी मिल भी न सके थे
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