और मैं!!
१. अझुली भर फूल/
प्यार भरा दिल/
आकाश मे उड़ता पंछी/
और मैं.
२. बहती हुई नदिया/
उड़ता हुआ बादल/
हवाओं मे खुशबू/
और मैं.
३. पेड़ पर पत्ते/
पत्ते पर बारिश/
बारिश की बूंदे/
और मैं.
४. झूमता बसंत/
घने काले बादल/
नाचता मोर/
और मैं.
५. सूरज पश्चिम में/
हल्की रोशनी/
तुम्हारी यादें/
और मैं.
वाह ...बहुत ही बढिया।
ReplyDeleteआपका बहुत आभार.
Deleteबहुत अच्छी प्रस्तुति!
ReplyDeleteइस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
नवरात्रों की हार्दिक शुभकामनाएँ!
नवरात्र की बधाइयाँ.
Deleteचर्चा मंच के माध्यम से लोगों तक इस रचना को पहुँचाने के लिए आपका ह्रदय से आभारी हूँ.
अच्छी प्रस्तुति...
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